रांची
रविवार, 23 जून को झारखंड सहायक अध्यापक संघर्ष मोर्चा के राज्य इकाई की बैठक रांची के मोराहाबादी मैदान में आयोजित की गई। विनोद तिवारी की अध्यक्षता में आयोजित इस बैठक में विचार विमर्श के पश्चात ये बात सामने आई कि पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सरकार बनने के 3 माह में वेतनमान देने का वादा किया था लेकिन, बीते सवा 4 वर्षों में इसे पूरा नहीं किया गया। बैठक में इस बात पर भी मंथन हुआ कि पिछले 4 माह से खुद को हेमंत पार्ट 2 कहने वाली चंपई सोरेन की सरकार है ने भी पारा शिक्षकों का कोई काम नहीं किया। बैठक में सर्वसम्मति से यह कहा गया कि राज्य के 62,000 पारा शिक्षक मौजूदा गठबंधन सरकार के साढ़े 4 वर्ष बीतने के बावजूद वेतनमान नहीं मिलने, ईपीएफ तथा अनुकंपा नहीं मिलने, आंदोलन के क्रम में रघुवर सरकार द्वारा किए गए केस वापसी नहीं होने सहित विभिन्न मांगों की पूर्ति नहीं होने से आक्रोशित हैं।
आंदोलनात्मक गतिविधियां तय की गई
संघर्ष मोर्चा के राज्य इकाई के सभी पदाधिकारियों, जिलाध्यक्ष, जिला सचिव, सक्रिय साथियों के विचार के पश्चात अपनी मांगों की पूर्ति के लिए उलगुलान का निर्णय लिया गया है। आंदोलनात्मक गतिविधियां तय की गई जो निम्नवत हैं।
(1) 26 जून 2024 को सभी मंत्रियों एवं सत्ता पक्ष के सभी विधायकों को मांग पत्र दिया जायेगा
(2) 30 जून हुल दिवस के अवसर पर राज्य के सभी प्रखंड मुख्यालय में मशाल जुलूस निकाला जायेगा,
(3) 08 जुलाई को राज्य के सभी जिला मुख्यालयों में जिला इकाई द्वारा मुख्यमंत्री के नाम उपायुक्त को ज्ञापन
(4) 20 जुलाई से मुख्यमंत्री आवास का अनिश्चितकालीन घेराव
संघ ने चेतावनी दी है कि मांगें पूरी नहीं हुई तो मोर्चा की बैठक कर शैक्षणिक हड़ताल के साथ सभी विद्यालयों में तालाबंदी का निर्णय लिया जाएगा।
मौके पर ये लोग मौजूद थे
बैठक में राज्य इकाई के बिनोद बिहारी महतो, संजय दुबे, सिंटू सिंह, सिद्दिक शेख, हृषिकेश पाठक, सुमन कुमार, विकास चौधरी, निरंजन दे, बेलाल अहमद, बैजनाथ महतो, दिलशाद अंसारी, अभय सिंह मो0 शकील, नारायण महतो, भागवत तिवारी, तुलसी महतो, जसीम अंसारी, कृष्णा पासवान, चंदन मेहता, जया रानी कुंवर, नेली लूकस, शेखर सिंह, दीपक पाण्डेय, रविंद्र सिंह, मनोज घोष, अरविंद प्रताप देव, मोतीलाल टुडू, समोधि यादव, पिंकी राय, चंदन सिंह रमेश सिंह छोटन राम आदि सहित सैकड़ों सांगठनिक पदधारी एवं सदस्यगण शामिल थे।